वोट प्रतिशत बडाने की कवायदो के बावजूद सामान्य रहा कानपुर मे मतदान
कानपुर। मतदान प्रतिशत बढाने की जिला प्रशासन से लेकर राजनैतिक दलों की तमाम कोशिशें व तरकीबें भी वोटरों की सुस्ती तोड़ नही सकी।सोमवार को शहर मे कानपुर एवं अकबरपुर लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ।यूपी में वोटरों की चली आ रही सुस्त चाल शहर मे भी बदस्तूर जारी रही।यंहा मतदान प्रतिशत औसत रहा।
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की कानपुर सहित यूपी की 13 सीटों पर सोमवार को मतदान सपंन्न हुआ।शहर मे इस बार 16,52334 मतदाता थे।भीषण गर्मी की वजह से अबकी सुबह 7 बजे से ही मतदाता मतदान केंद्रों पर पहुचने लगे।इस वजह से मतदान केंद्रों पर सुबह के समय भीड -भाड देखने को मिली।अबकी कई समाजसेवी संगठनों की तरफ से भी, पहले मतदान करने वालो का स्वागत सत्कार एवं जलपान की भी व्यवस्था करने के कारण मतदाता भी सुबह सबेरे मतदान केन्द्रों की और खीचे चले आए।सबसे पहले मतदान करने वालो का कई मतदान केंद्रों पर पुष्प वर्षा कर एवं माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। इस चुनाव में जिस प्रकार मतदान केंद्रों पर चुनाव वाले दिन व्यवस्थाएं की गई उसे देखकर वाकई महसूस हो रहा था कि हम लोकतंत्र का उत्सव मना रहे है। हर विधानसभा में कई मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र बनाया गया।जँहा मतदान केंद्रों को रंग बिरेंगे गुब्बारों व भव्य द्वार से सजाया गया था। लगभग सभी मतदान केंद्रों पर पीने के पानी के साथ प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा के साथ फार्मासिस्ट की भी व्यवस्था की गई।ओआरएस घोल के पैकेटों की भी व्यवस्था की गई।मतदाता भी ऐसा खुशनुमा माहौल पाकर इस लोकतंत्र रूपी उत्सव मे झूमकर नाचे।अमूमन मतदान केंद्रों पर राजनैतिक दलों मे होने वाले हो हल्ला एवं हुटिंग बाजी भी कम देखने को मिली।सुबह मतदान केंद्रों पर हर बार कि तरह इस बार भी वोटिंग मशीनों मे गडबडी के कारण कई जगह देर से मतदान शुरू हो सका।सुबह के बाद दोपहर के करीब 12 बजे से मतदान केंद्रों पर तेज धूप व गर्मी के कारण मतदाताओं के कदम भी मतदान केंद्रों की तरफ ठिठकने लगे। इसका असर मतदान केन्द्रों पर साफ तौर पर देखने को मिला।दोपहर दो बजे के करीब जब सूरज अपने शबाब पर था।राजनैतिक पार्टियों के बस्तो पर भी सन्नाटा पसर गया। इससे पार्टी के कार्यकर्ता भी बैचेन हो गए।जब सूचना पार्टी के बडे नेताओं तक पहुची उन्होंने घरो से मतदाताओं को निकालने के लिए जोर अजमाइश शुरू कर दी।इसका असर भी जल्द देखने को मिला।मतदान केंद्रों पर इक्का दुक्का मतदाता पहुचने लगे।शाम के 4 बजे से मतदान केंद्रों पर फिर से दोपहर के सन्नाटे को तोडते हुए मतदाता मतदेय स्थलों पर पहुचने लगे।सुबह के समय मतदान केंद्रों पर पुरुषों की तो सांय महिलाओं की ज्यादा लाईनें लगी।दोपहर 1 बजे तक कानपुर लोकसभा क्षेत्र मे 33.79% एवं 3 बजे तक 41.42% मतदान हुआ।मतदान केंद्रों पर पहली बार प्रशासन द्वारा की गई शानदार व्यवस्थाओं से भी युवा वर्ग गदगद दिखा।सेल्फी प्वाइंट मे युवाओं ने खूब सैल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया में शेयर किया। मतदान केंद्रों मे किसी प्रकार की धूप गर्मी न लगे इसकी भी प्रशासन ने चिंता की।जिस मतदान केंद्र पर धूप पडती है वंहा टेंट की व्ववस्था के साथ नीचे दरी भी बिछाई गई।आमतौर पर मतदान केंद्रों पर अव्यवस्थाओं के कारण मतदान से दूर रहने वाला युवा वर्ग मे भी इस बार अलग उत्साह देखने को मिला।मतदाता सूची इस बार भी खामियों से अछूती नही रही।एक ही परिवार के नाम अलग अलग पन्नों में होने के कारण बस्तो पर बैठे राजनैतिक दलों के कार्यकर्ताओं व मतदाताओ को काफी परेशानियों का सामना करना पडा।पति, पत्नी को तो पत्नी ,पति को वोटर लिस्ट में ढूढते रहे।स्टेपिंग स्टोन मे जब एक व्यक्ति ने पत्नी का नाम वोटर लिस्ट में बमुश्किल ढूंढ निकाला तो खुशी से चिल्ला उठा पत्नी मिल गई।इस पर बूथ पर मौजूद लोग अपनी हंसी नही रोक सके और उस व्यक्ति को बधाई देने लगे। लोकतंत्र के इस पर्व के महायज्ञ मे मतदाताओं ने वोट रूपी अपनी आंहुती डालकर अपने लोकतंत्र के प्रहरी होने का संदेश दिया।इस तरह शनिवार को मतदान के बाद प्रत्याशियों का भाग्य वोटिंग मशीन में बंद हो गया।अब चार जून को ही इसका फैसला होगा कि जनता ने किसे अपना व शहर का रहनुमा चुना है।
बस्तो पर विधायक महेश त्रिवेदी, पूर्व विधायक अजय कपूर,विकास दुबे,रामदेव शुक्ला,प्रकाश वीर आर्य, भूपेश अवस्थी,हरि शंकर सिंह, रविशंकर सिंह, सुशील विश्नोई,संजय दुबे,गौरव तिवारी, अखिलेश अवस्थी आदि रहे