कानपुर
एंकर—कानपुर पुलिस चाहे लाख दावे कर लें लेकिन उनकी लापरवाही सामने आ ही जाती है जहां अधिकारी घटनाओं को छुपाने के लिए खुद लापरवाही कर रहे है ऐसा ही एक मामला कानपुर कोर्ट से सामने आया है जहां थाना सचेंडी पुलिस से न्याय न मिलने पर पीड़ितो ने कानपुर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और अब कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दे दिया है दरअसल कानपुर के सचेंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत दिनांक 3 अप्रैल को एक युवक विकास शर्मा जो कि भैलामऊ सचेंडी का निवासी था जिसको कुछ लोग जिनमे अजीत यादव रामकिशोर यादव धीरेंद्र यादव अवधेश मुमताज अहमद कार रिपेयर के नाम पर ले गए थे उसके बाद विकास ने 11:00 बजे अपने घर में फोन करके सूचना दी कि इन सभी लोग ने उसका अपहरण कर लिया है।
वीओ—इस संबंध में पीड़ित के अधिवक्ता संजय कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी जैसे ही परिजनों को मिली तो उन्होंने डरकर उसदिन पुलिस को सूचना नहीं दी और अगले दिन विकास का शव खून से लथपथ झाड़ियां में पड़ा मिला पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सर पर गंभीर चोटे व जांग की हड्डी टूटी हुई आई है इस संबंध में जब पीड़ितों ने थाना सचेंडी में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करना चाहा तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया पीड़ितों ने पूरे एक महीने थाने स्तर से लेकर पुलिस कमिश्नर, मानवाधिकार , मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगाई लेकिन उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई अब कानपुर कोर्ट के मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट द्बारा दिए गए निर्देश के बाद मुकदमा लिखने का आदेश दे दिया