कानपुर के डी.ए-वी. महाविद्यालय के गणित विभाग द्वारा “मैथमेटिकल मॉडलिंग एंड इट्स अप्लीकेशन” विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसके दूसरे दिन भी की विषयों पर प्रयोगशाला आयोजित की गयी
दरअसल किसी भी शोध को स्थापित करने के लिए गणित बेहद महत्वपूर्ण रखती है भरी कोरोना महामारी में जिस वैक्सीन का शोध किया गया था उसमें भी गणित का उपयोग किया गया था इसी को लेकर अलग अलग विश्वविद्यालयो से की कुलपति और प्रोफ़ेसरो ने इस सैमिनार में हिस्सा लिया है सेमिनार के मुख्य वक्ता एच.बी.टी.यू., गणित विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राम नरेश त्रिपाठी द्वारा मैथेमेटिकल मॉडलिंग पर विस्तृत से चर्चा करते हुए बताया कि देश में बढ़ते वायु प्रदूषण सिर्फ मैथेमेटिकल मॉडलिंग के माध्यम से ही कम किया जा सकता है।उन्होने बताया कि मैथेमेटिकल मॉडलिंग के नये सूत्रों का पालन कर पारिस्थितिकीय संतुलन की जा सकती है उन्होंने बताया कि किसी भी दुर्घटना,कृषि,अर्थव्यवस्था व महामारी के गंभीरता और नियंत्रण को गणितीय मॉडल की सहायता से समझा जा सकता है और लाभदायक परिणाम भी प्राप्त किया जा सकता है।