*सूफीवाद की बुनियाद मजारों को लैंड जिहाद के विरोध के नाम पर तोड़ने के विरोध में सूफी खानकाह एसोसिएशन आंदोलनरत*
नई दिल्ली। देश भर में लगातार कई स्थानों पर,सुंदरीकरण,लैंड जिहाद,और अतिक्रमण का नाम देकर तोड़ी जा रही औलिया अल्लाह की मजारों का,देश के राष्ट्रवादी सूफियों के सबसे बड़े संगठन, सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन ने, कड़ा विरोध किया है।
इस संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी एडवोकेट,और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, पीर सूफ़ी सय्यद खालिद नकवी अल हुसैनी,के निर्देशानुसार राष्ट्रीय उपाध्यक्षगण रईस अहमद अशरफी और, सूफ़ी शाह सय्यद जियारत अली हक्कानी मलंग के, नेतृत्व में दिल्ली प्रदेश सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के पदाधिकारियों,और स्थानीय सूफियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने,केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित ज्ञापन,दिल्ली प्रदेश के उप राज्यपाल कार्यालय में दिया,जिसमे दिल्ली की प्रमुख दरगाहों/मजारों को तोड़े जाने का विरोध करते हुए,उत्तराखंड गुजरात सहित कई स्थानों पर हुई,घटनाओं का विरोध करते हुए तोड़ी गई मजारों के पुनर्निर्माण की मांग की गई है।
ज्ञापन देने के बाद मीडिया बाइट जारी करते हुए,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूफी रईस अहमद अशरफी ने कहा कि,एक सोची समझी सियासत के तहत सुंदरीकरण और जी 20 सम्मेलन के नाम पर दिल्ली की मजारों को तोड़ा गया है,जबकि पूर्व में कामन वेल्थ गेम्स सहित कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के आयोजन दिल्ली में किए गए, उस समय भी इन मजारों को नहीं तोड़ा गया।
उन्होंने कहा हम सूफीवादी लोग गंगा जमुनी तहजीब में विश्वास रखते हैं,हमारी आस्था के केंद्रों पर हमले स्वीकार नहीं किए जायेंगे।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूफ़ी शाह सय्यद जियारत अली हक्कानी मलंग ने कहा कि, सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के नेतृत्व में सूफियों ने हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य किया है,पीएफआई जैसी चरमपंथी संगठन को प्रतिबंधित कराने के लिए हमने सड़कों पर संघर्ष किया है,जिन दरगाहों खानकाहों से हमें वतन की मोहब्बत का सबक मिलता है,उन्हें तोड़ा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस मौके पर दरगाह भूरे शाह मथुरा रोड के जिम्मेदार हजरत, सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के दिल्ली युवा प्रदेश अध्यक्ष,निज़ाम अशरफ,सूफी वारिस साबरी ज़िला अध्यक्ष उत्तर पूर्व दिल्ली,युवा जिलाध्यक्ष साबिर, ज़रीफ शाह सज्जादा नशीन दरगाह मुसाफिर शाह,अब्दुल वारिस साबरी ज़िला अध्यक्ष गाजियाबाद,सज्जादा नशीन नौ गजा पीर सूफी मयूर कादरी,सूफी शाहरुख मदारी, रिजवान मदारी, सूफी मोहम्मद दुलारे कादरी, सूफी गयूर कादरी, सूफी जरीफ अंसारी अध्यक्ष नौ गजा पीर, सूफी गयासुद्दीन, मोहम्मद राशिद कादरी, मोहम्मद मेहताब कादरी, मोहम्मद ग्यास सैफी आदि मौजूद रहे।