श्वेता का राजनीति में बढ़ता कद देख पति करता था टार्चर, पिता बोले- दामाद को विधायक व सांसद बनने का था डर
Thu, 28 Apr 2022
बांदा में जिपं सदस्य बेटी की मौत को लेकर उसके पिता व मायके के अन्य लोग दुख से भरे हैं। पिता ने आरोपित दामाद पर जहां गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं उनका कहना है कि पत्नी का राजनीति में बढ़ता कद देखकर वह प्रताड़ित करता था। लखनऊ के एक समारोह में उसने बेटी की बेइज्जती कर दी थी। यह बात भी उन्हें अन्य लोगों ने बाद में बताई है।
श्वेता सिंह गौर के गोकुलपुरी शंकरबाजार कर्वी जनपद चित्रकूट निवासी ग्वालियर मध्यप्रदेश मुख्यालय में असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर पद पर तैनात पिता धर्मवीर सिंह ने बताया कि 13 फरवरी वर्ष 2006 में बेटी की शादी की थी। आरोप लगाया कि बेटी के जिला पंचायत सदस्य बनने के कुछ दिनों बाद से उसका शराब कारोबारी पति डा. दीपक सिंह उसके पीछे-पीछे घूमता था। राजनीति में बेटी छा गई थी। उसकी चर्चाएं हर जगह तेज होने व बढ़ते कद को लेकर दामाद दीपक को भय था कि वह कहीं विधायक व सांसद न बन जाए। जिसके चलते वह प्रताड़ित करने लगा था।
पत्नी के चरित्र को लेकर उठाता था सवाल
पिता के मुताबिक खुद दीपक का चाल-चलन सही नहीं था। उलटा वह उनकी बेटी पर गंभीर लांछन लगाकर दबाव बनाता था। रुपये की भी बराबर मांग करता था। इन्हीं सब कारणों से उसने हत्या कर दी है। जबकि इस संबंध में दीपक के बड़े भाई धनंजय सिंह ने बताया कि आपसी पति-पत्नी कहासुनी होने में उसने खुदकुशी की है। अब बहू के न रहने पर इस तरह के गलत आरोप मढ़े जा रहे हैं।
घटना के बाद गया था बेटी के स्कूल
– दीपक सिंह गौर पर गंभीर आरोप लगाने वाले ससुर धर्मवीर ने यह भी बताया कि श्वेता की हत्या करने बाद वह अपनी गाड़ी से बेटी अविका उर्फ गौरी के पास स्कूल गया था। जहां से उसने बेटी को दूसरे के साथ घर भिजवाया था।
एक करोड़ के जेवर व नकदी ले जाने का लगाया आरोप
– घटना के बाद दूसरे दिन गुरुवार को आरोपित दीपक के अधिवक्ता बड़े भाई धनंजय ने आरोप लगाया कि बहू के मायके के लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज व अभद्रता की है। उनको मारने के लिए तक दौड़े हैं। लेकिन वह इस गम के माहौल में सब कुछ बर्दाश्त करते रहे हैं। यह भी आरोप लगाया कि मायके के लोग करीब एक करोड़ के जेवर व नकदी आदि सामान रात में भर कर ले गए हैं। हालांकि मायके से पिता धर्मवीर ने जेवर व नकदी ले जाने की बात से इन्कार किया है